‘राज’ करने को ‘विकास’ की ‘नीति’ भाती है योगी को
गोरखपुर। राजनीति करने का यह अलग अंदाज ही उन्हें सीधे जनता से जोड़ता है। 19 साल तक सांसद रहे तो, और अब तीन साल से राज्य के मुखिया हैं, तो भी। प्राथमिकता सिर्फ विकास। सत्ता से दूर रहे तो इसी मुद्दे पर संघर्ष। सत्तारूढ़ हुए