Military School Admission: कैसे होता है मिलिट्री स्कूलों में एडमिशन, क्या है परीक्षा का पैटर्न, जानिए

monika
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Military School Admission: देश का हर माता पिता यही चाहता है कि उसका बच्चा अच्छे से पढ़ाई करें और देश सेवा में कुछ ऐसा करें कि उनका नाम रोशन हो जाए। लेकिन कई बार ऐसी स्थिति आती है कि माता-पिता का यह सपना पूरा नहीं हो पाता लेकिन उनका सपना पूरा करने की जिम्मेदारी राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल लेता है।

राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल में बहुत ही कम फीस पर छात्रों का एडमिशन एंट्रेंस एग्जाम के तौर पर लिया जाता है। राष्ट्रीय मेडिकल स्कूल का उद्देश्य ‘गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना और कैडेटों को रक्षा सेवाओं में शामिल होने के लिए तैयार करना’ है। अगर आप भी चाहते हैं कि आपके बच्चे इस स्कूल में पढ़ाई करें तो इसकी पूरी जानकारी आज हम आपको देने जा रहे हैं।

देश में है केवल 5 मिलिट्री स्कूल

राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल रक्षा मंत्रालय द्वारा चलाए जाते हैं जो इंग्लिश मीडियम आवासीय पब्लिक स्कूल है। इन स्कूलों में छठवीं, 9वीं और 11वीं कक्षा तक के रक्षा कर्मियों और आम नागरिकों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की जाती है।

इसके साथ ही ये मिलट्री स्कूल इंडियन पब्लिक स्कूल कॉन्फ्रेंस के सदस्य है। ये भारत के सबसे पुराने पब्लिक स्कूल है जिनकी स्थापना 1925 में हुई थी। ये हिमाचल के शिमला हिल्स, राजस्थान के अजमेर और धौलपुर, कर्नाटक के बेलगाम और बैंगलोर के चैल में है।

इन परीक्षाओं के लिए तैयार होते है बच्चे

राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से जुड़ा हुआ है और इसलिए इसमें इंग्लिश मीडियम पढ़ाई होती है। इसमें दो टर्म में शैक्षणिक सत्र चलता है जो अप्रैल से लेकर मई तक होता है। बेलगाम के स्कूल में केवल कॉमर्स स्ट्रीम है तो बाकी सभी में साइंस और कॉमर्स दोनों स्ट्रीम में पढ़ाई होती है। इन स्कूलों में विशेष परीक्षाओं की तैयारी करवाई जाती है। जैसे :
(ए) केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड
(i) अखिल भारतीय माध्यमिक विद्यालय परीक्षा (10वीं कक्षा)
(ii) अखिल भारतीय सीनियर विद्यालय सर्टिफिकेट परीक्षा (12वीं कक्षा)
(बी) नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA) में प्रवेश के लिए संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा

इस आधार पर होता है चयन

छठी और 9वीं की कॉमन एंट्रेंस टेस्ट दिसंबर में होते है जो CBSE द्वारा लिए जाते है। छठवीं के लिए CET में इंटेलिजेंस, अंग्रेजी, गणित और सामान्य ज्ञान के विषयों पर OMR आधारित प्रश्न पूछे जाते हैं। वहीं 9वीं कक्षा के CET में छात्रों को अंग्रेजी, गणित, विज्ञान, सामाजिक अध्ययन और हिंदी विषयों में OMR आधारित प्रश्न पूछे जाते है। इसके अलावा 11वीं कक्षा में प्रवेश के लिए परीक्षा नहीं ली जाती बल्कि 10वीं की बोर्ड परीक्षा के परिणामों के आधार पर 11वीं में एडमिशन मिलता है।

होनी चाहिए ये योग्यता

अगर छात्र को छठवीं कक्षा में एडमिशन लेना है तो किसी सरकारी मान्यता प्राप्त संस्थान से 5वीं कक्षा में उत्तीर्ण होना जरूरी है। वहीं अगर 9वीं कक्षा में एडमिशन लेना है तो सरकारी मान्यता प्राप्त संस्थान या स्कूल से 8वीं कक्षा पास होना जरूरी है। इसके अलावा उन्हें अंग्रेजी भाषा का भी थोड़ा बहुत ज्ञान होना जरूरी है क्योंकि राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल में पढ़ाई अंग्रेजी माध्यम में होती है।

ये है एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया

कक्षा 6 में प्रवेश के लिए 1 जुलाई तक छात्र की उम्र 10 से 11 साल और 9वीं कक्षा में प्रवेश के लिए छात्रों की उम्र 13-14 साल होना जरूरी है। हालांकि पिछले छह महीने में शहीद हुए अधिकारियों, जेसीओ/ओआर की युद्ध विधवाओं के बच्चों के लिए अधिकतम आयु सीमा में छूट दी गई है। इसके अलावा स्कूल छोड़ने से पहले बर्थ डेट के लिए पूर्व प्राधिकरण से प्राप्त लिविंग सर्टिफिकेट होना भी जरूरी है।

उम्मीदवार के स्कूल सर्टिफिकेट पर पिता और जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा साइन होने चाहिए। इसके साथ ही शीट रोल में एंट्री ओआईसी रिकॉर्ड्स द्वारा विधिवत प्रमाणित किया हुआ होना चाहिए। लेकिन किसी ग्राम पंचायत या नगर निकाय का प्रमाण पत्र नहीं माना जायेगा। अगर किसी भी डॉक्यूमेंट में जन्म तिथि या अन्य तिथि को लेकर मतभेद है तो बच्चे की उम्मीदवारी अमान्य कर दी जाएगी।

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